बेंगलुरू। वेब एप्लीकेशन हमलों के शीर्ष 10 लक्षित देशों की सूची में भारत चौथे स्थान पर रहा। बॉट ड्रिवन अब्यूस और डिस्ट्रीब्यूटेज डिनाइल ऑफ सर्विस (डीडीओएस) हमलों में नवंबर 2017 से अप्रैल तक वृद्धि जारी रही। क्लाउड डिलेवरी नेटवर्क प्रदाता अकामाई टेक्नोलॉजीज ने बुधवार को यह जानकारी दी। भारत में 2.8 करोड़ से ज्यादा हमले दर्ज किए जाने के साथ यह विश्व में वेब एप्लीकेशन हमलों के स्रोत देशों की सूची में भी आठवें स्थान पर है।समर 2018 स्टेट ऑफ द इंटरनेट / सिक्योरिटी : वेब अटैक रिपोर्ट में कहा गया, साइबर सुरक्षा बचावकर्ताओं को हॉस्पिटैलिटी उद्योग और उन्नत डीडीओएस हमलों को लक्षित करने वाले बॉट-आधारित क्रेडेंशियल अब्यूज के रूप में संगठनों से बढ़ते खतरों का सामना करना पड़ता है।अकामाई शोधकर्ताओं ने करीब 112 अरब बॉट अनुरोधों और 3.9 अरब द्वेषपूर्ण लॉग-इन प्रयासों का विश्लेषण किया, जो विमानन, समुद्री जहाज और होटलों समेत पर्यटन उद्योग में लगी साइटों को निशाना बनाने का प्रयास किया था। अकामाई के वरिष्ठ सुरक्षा एडवोकेट मार्टिन मैकके ने कहा, यह देश बड़े पैमाने पर साइबर हमलों का केंद्र रहे हैं लेकिन हॉस्पिटैलिटी उद्योग के आकर्षण ने हैकरों को बॉट ड्रिवन धोखाधड़ी करने के लिए अपना मुख्य लक्ष्य बनाया है। अकामाई ने पिछले साल से डीडीओएस हमलों की संख्या में 16 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।
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